Active Voice और Passive Voice क्या हैं? | हिंदी और English में अर्थ और उदाहरण
English Grammar में Voice का उपयोग वाक्यों के Structure और उनके अर्थ को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। विशेष रूप से, Active Voice और Passive Voice दो ऐसे प्रकार के Voice हैं, जिनका सही उपयोग आपकी English Writing और Speaking Skills को और अधिक प्रभावशाली बना सकता है। इस ब्लॉग में, हम Active Voice और Passive Voice के बीच के अंतर को हिंदी और English में उनके अर्थ और उदाहरणों के साथ समझेंगे।
1. Active Voice का उपयोग (Use of Active Voice in English Grammar)
Meaning in English:
In Active Voice, the subject of the sentence performs the action. It makes the sentence direct, clear, and impactful.
Meaning in Hindi:
Active Voice में वाक्य का Subject स्वयं क्रिया (Action) करता है। यह वाक्य को अधिक सीधा और स्पष्ट बनाता है।
Examples in English:
The cat chased the mouse.
(बिल्ली ने चूहे का पीछा किया।)
She writes a letter.
(वह एक पत्र लिखती है।)
Examples in Hindi:
राम ने किताब पढ़ी।
(Ram read the book.)
सीता ने फूल तोड़ा।
(Sita plucked the flower.)
Usage Tips:
Active Voice का उपयोग तब करें जब आप वाक्य में Subject पर जोर देना चाहते हैं, यानी, जो Action कर रहा है, वह मुख्य ध्यान हो।
2. Passive Voice का उपयोग (Use of Passive Voice in English Grammar)
Meaning in English:
In Passive Voice, the focus is on the action or the object that is acted upon, rather than who performs the action.
Meaning in Hindi:
Passive Voice में ध्यान क्रिया (Action) या जिस पर क्रिया की जा रही है, उस पर होता है, बजाय इसके कि क्रिया कौन कर रहा है।
Examples in English:
The mouse was chased by the cat.
(चूहे का पीछा बिल्ली ने किया।)
A letter is being written by her.
(एक पत्र उसके द्वारा लिखा जा रहा है।)
Examples in Hindi:
किताब राम द्वारा पढ़ी गई।
(The book was read by Ram.)
फूल सीता द्वारा तोड़ा गया।
(The flower was plucked by Sita.)
Usage Tips:
Passive Voice का उपयोग तब करें जब Action पर या Object पर जोर देना हो, और Subject का ज़िक्र करना उतना महत्वपूर्ण न हो।
Active Voice और Passive Voice के बीच का अंतर (Difference Between Active Voice and Passive Voice)
Structure:
Active Voice का Structure [Subject + Verb + Object] होता है, जबकि Passive Voice का Structure [Object + Auxiliary Verb + Past Participle + by + Subject] होता है।
Emphasis:
Active Voice में Subject पर जोर दिया जाता है, जबकि Passive Voice में Action या Object पर जोर दिया जाता है।
Examples:
Active Voice: The teacher explained the lesson.
(शिक्षक ने पाठ समझाया।)
Passive Voice: The lesson was explained by the teacher.
(पाठ शिक्षक द्वारा समझाया गया।)
निष्कर्ष (Conclusion):
Active Voice और Passive Voice English Grammar के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इनका सही उपयोग आपके Communication को अधिक प्रभावी बना सकता है। आशा है कि इस ब्लॉग ने आपको Active Voice और Passive Voice के बीच के अंतर को समझने में मदद की होगी और आप इन्हें अपने Writing और Speaking में सही तरह से उपयोग कर पाएंगे।
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