अनंत चतुर्दशी पर भगवान की आरती
17 September 2024, अनंत चतुर्दशी का पर्व भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन विष्णु जी की पूजा और आरती करने से भक्तों को उनके अनंत रूप का आशीर्वाद प्राप्त होता है। भगवान विष्णु, जिन्हें सृष्टि का पालनहार माना जाता है, उनकी आरती से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि, और परिवार में सद्भाव बना रहता है। अनंत चतुर्दशी पर विष्णु जी की आरती करना बहुत ही फलदायी माना जाता है, क्योंकि इस दिन उन्हें अनंत रूप में पूजा जाता है।
अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु की आरती
ॐ जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे।
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे॥ ॐ जय...
जो ध्यावे फल पावे,
दुख बिनसे मन का।
स्वामी दुख बिनसे मन का।
सुख संपत्ति घर आवे,
कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय...
मात-पिता तुम मेरे,
शरण गहूं मैं किसकी।
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी।
तुम बिन और न दूजा,
आस करूं मैं जिसकी॥ ॐ जय...
तुम पूरन परमात्मा,
तुम अंतर्यामी।
स्वामी तुम अंतर्यामी।
पारब्रह्म परमेश्वर,
तुम सब के स्वामी॥ ॐ जय...
तुम करुणा के सागर,
तुम पालनकर्ता।
स्वामी तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी,
कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय...
तुम हो एक अगोचर,
सबके प्राणपति।
स्वामी सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय,
तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय...
दीनबन्धु दुखहरता,
तुम ठाकुर मेरे।
स्वामी तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ बढ़ाकर,
लो शरणा तुम्हारे॥ ॐ जय...
विषय विकार मिटाओ,
पाप हरो देवा।
स्वामी पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ,
संशय दूर करो देवा॥ ॐ जय...
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