डॉ. अंजुम बाराबंकवी मुस्लिम शायर जिन्होंने प्रभु श्रीराम पर लिखी अद्भुत ग़ज़ल, पीएम मोदी ने खत लिख कर की तारीफ
डॉ. अंजुम बाराबंकवी एक प्रसिद्ध उर्दू शायर हैं, जिन्होंने अपनी रचनाओं से साहित्य प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाई है। मशहूर मुस्लिम शायर अंजुम बाराबंकवी ने भगनाव राम पर गजल लिखी है। उनकी यह गजल पीएम मोदी को बहुत पसंद आई। इसके बाद पीएम मोदी ने पत्र लिखकर अंजुम बाराबंकवी की तारीफ की। प्रधानमंत्री का पत्र मिलने के बाद शायर भावुक हो गए।
हाल ही में डॉ. अंजुम बाराबंकवी की एक ग़ज़ल सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें उन्होंने प्रभु श्रीराम की महिमा का उल्लेख किया। यह ग़ज़ल हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बनी और इसके शब्दों ने हर किसी के दिल को छू लिया।
डॉ. अंजुम बाराबंकवी की अन्य रचनाएँ भी बेहद लोकप्रिय रही हैं। उनकी शायरी में मोहब्बत, इंसानियत और आध्यात्मिकता का समावेश देखने को मिलता है। वे न केवल एक कवि और शायर हैं बल्कि एक विचारक भी हैं, जो समाज को अपनी लेखनी से जोड़ते हैं।
डॉ अंजुम बाराबंकवी की श्रीराम पर लिखी गजल
दूर लगते हैं मगर पास हैं दशरथ नन्दन...
मेरी हर साँस का विश्वास हैं दशरथ नन्दन...
दिल के काग़ज़ पे कई बार लिखा है मैंने...
इक महकता हुआ अहसास हैं दशरथ नन्दन...
दूसरे लोगों के बारे में नहीं जानता हूँ...
मेरे जीवन में बहुत ख़ास हैं दशरथ नन्दन...
और कुछ दिन में समझ जाएगी छोटी दुनिया...
हम ग़रीबों की बड़ी आस हैं दशरथ नन्दन...
आप इस तरह समझ लीजिए मेरी अपनी...
ज़िन्दगी के लिए मधुमास हैं दशरथ नन्दन...
ये जो दौलत है मेरे सामने मिट्टी भी नहीं...
मेरी क़िस्मत के मेरे पास हैं दशरथ नन्दन...
मेरी ये बात भी जो चाहे परख सकता है...
सच के हर रूप के अक्कास हैं दशरथ नन्दन...
प्रधानमंत्री ने पत्र में क्या लिखा?
स्नेहपूर्ण पत्र के माध्यम से अपने विचारों को मुझसे साझा करने के लिए आभार। अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूर्ण होने पर अपनी प्रसन्नता को 'राम ग़ज़ल' लिखकर अभिव्यक्त करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 'राम ग़ज़ल' में प्रभु श्री राम के प्रति अपने प्रेम को आपने बहुत सुंदर ढंग से दर्शाया है। कहा भी गया है- 'रामो विग्रहवान् धर्मः' अर्थात् प्रभु श्री राम साक्षात् धर्म के, यानि कर्तव्य के सजीव स्वरूप हैं। हमारी संस्कृति के आधार प्रभु श्री राम से हमें विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य, दृढता, साहस, सत्यनिष्ठा और समभाव रखते हुए जीवन में आगे बढ़ने की सीख मिलती है।