देवी शैलपुत्री की प्रिय चीजें और भोग, नवरात्रि के पहले दिन देवी शैलपुत्री को जरूर चढ़ाये उनका प्रिय भोग माँ का आशीर्वाद हमेशा बना रहेगा
2 October 2024, नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा की जाती है। देवी शैलपुत्री पर्वतराज हिमालय की पुत्री और पार्वती का अवतार मानी जाती हैं। यह रूप स्त्री शक्ति और धैर्य का प्रतीक है। अगर आप नवरात्रि के दौरान देवी शैलपुत्री की पूजा करते हैं, तो उनकी प्रिय चीजों और भोग का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। सही तरीके से पूजा करने से मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
देवी शैलपुत्री की प्रिय चीजें:
सफेद रंग के फूल:
देवी शैलपुत्री को सफेद रंग के फूल विशेष रूप से प्रिय हैं। सफेद चमेली, गुलाब, और सफेद कमल अर्पित करने से मां प्रसन्न होती हैं।
सफेद वस्त्र:
देवी शैलपुत्री को सफेद वस्त्र पसंद हैं। उनकी प्रतिमा या चित्र पर सफेद वस्त्र अर्पित करें और स्वयं भी सफेद वस्त्र धारण करके पूजा करें।
शुद्ध घी:
मां शैलपुत्री को शुद्धता बहुत प्रिय है। इसलिए, घी का दीपक जलाने से विशेष लाभ मिलता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।
शुद्ध जल और गंगाजल:
देवी शैलपुत्री को शुद्ध जल और गंगाजल से स्नान कराएं और इसे भोग में भी अर्पित करें। यह शुद्धता का प्रतीक है और मां की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय है।
देवी शैलपुत्री का प्रिय भोग:
देवी शैलपुत्री का प्रिय भोजन:
मां को सफेद रंग का भोजन, जैसे दूध और उससे बने पदार्थ, विशेष रूप से प्रिय हैं। मां शैलपुत्री को गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है।
शक्कर और मिश्री:
शैलपुत्री को सफेद मिठाईयां जैसे शक्कर, मिश्री और खीर अर्पित करने से उनका आशीर्वाद मिलता है। इन मिठाइयों का भोग करने से मां का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में मिठास आती है।
फल:
मां शैलपुत्री को नारियल और केले का फल प्रिय है। इन फलों को भोग में अर्पित करने से देवी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
ध्यान और ध्यान का प्रसाद:
मां की पूजा के बाद ध्यान करने और ध्यान का प्रसाद बांटने से विशेष लाभ होता है। ध्यान के साथ मां के मंत्रों का जाप करें और अंत में प्रसाद को भक्तों में बांटें।
देवी शैलपुत्री को प्रसन्न करने के उपाय:
- मां शैलपुत्री की पूजा में शुद्धता और सफेद रंग का विशेष महत्व होता है।
- शुद्ध जल, घी का दीपक, और सफेद फूल अर्पित करने से मां की कृपा प्राप्त होती है।
- मां को रोजाना सुबह और शाम ध्यान में स्मरण करें और उनकी आराधना करें।
देवी शैलपुत्री की पूजा विधि:
शुद्ध जल से स्नान कराएं:
पूजा शुरू करने से पहले मां की प्रतिमा या चित्र को शुद्ध जल और गंगाजल से स्नान कराएं।
दीप जलाएं:
मां शैलपुत्री के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
मंत्र जाप करें:
देवी शैलपुत्री के मंत्रों का जाप करें और मां से अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें। मां शैलपुत्री का बीज मंत्र है:
"ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः"।
भोग अर्पण करें:
मां को सफेद रंग की मिठाइयां जैसे खीर, मिश्री, शक्कर, और नारियल अर्पित करें। भोग को ध्यान और मन की शुद्धता के साथ अर्पित करें।
आशीर्वाद प्राप्त करें:
अंत में मां का आशीर्वाद लें और परिवार के सभी सदस्यों के साथ भोग का प्रसाद बांटें।