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Human Rights | क्या क्या है मानवो के अधिकार
Updates / 2023/12/13

Human Rights | क्या क्या है मानवो के अधिकार

10 दिसंबर यानी आज अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) है। पूरे विश्‍व में प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने 10 दिसंबर, 1948 को विश्व मानवाधिकार घोषणा पत्र जारी कर प्रथम बार मानवों के अधिकार के बारे में बात रखी थी। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस दिन की घोषणा 1950 में हुई। वहीं, भारत में 28 सितंबर, 1993 से मानव अधिकार कानून अमल में लाया गया था और 12 अक्तूबर, 1993 को 'राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग' का गठन किया गया था, लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 10 दिसंबर 1948 को घोषणा पत्र को मान्यता दिए जाने पर 10 दिसंबर का दिन मानवाधिकार दिवस के लिए निश्चित किया गया।

यह है मानवो के अधिकार 

सामाजिक सुरक्षा का अधिकार
समान काम के लिये समान वेतन का अधिकार
काम करने का अधिकार
आराम तथा फुर्सत का अधिकार
शिक्षा तथा समाज के सांस्कृतिक जीवन में भाग लेने का अधिकार
दासता से मुक्ति का अधिकार
निर्दयी, अमानवीय व्यवहार अथवा सजा से मुक्ति का अधिकार
कानून के समक्ष समानता का अधिकार
प्रभावशाली न्यायिक उपचार का अधिकार
आवागमन तथा निवास स्थान चुनने की स्वतंत्रता
शादी करके घर बसाने का अधिकार
विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
उचित निष्पक्ष मुकदमें का अधिकार
मनमर्जी की गिरफ्तारी अथवा बंदीकरण से मुक्ति का अधिकार
न्यायालय द्वारा सार्वजनिक सुनवाई का अधिकार
अपराधी साबित होने से पहले बेगुनाह माने जाने का अधिकार
व्यक्ति की गोपनीयता, घर,परिवार तथा पत्र व्यवहार में अवांछनीय हस्तक्षेप पर प्रतिबंध
शांतिपूर्ण ढंग से किसी स्थान पर इकट्ठा होने का अधिकार
शरणागति प्राप्त करने का अधिकार
राष्ट्रीयता का अधिकार
अपने देश की सरकारी गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार
अपने देश की सार्वजनिक सेवाओं तक सामान पहुंच का अधिकार

यह रखते है मानवो के अधिकारो पर नजर

भारत में नागरिकों को मिलने वाले मानवाधिकारों की निगरानी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) करता है। मानव अधिकारों के संरक्षण के मामले में यह देश की सर्वोच्च संस्था है। यह एक सांविधिक निकाय है, जिसका गठन 1991 के पेरिस सिद्धांतों के मुताबिक हुआ है। ये आयोग किसी भी मानवाधिकारों से जुड़े मामले में न सिर्फ दखल दे सकता है बल्कि जांच कर सकता है। इसके अलावा महिला आयोग और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भी मानवाधिकारों का संरक्षण करने वाली संस्थाएं हैं।

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Frequently Asked Questions

मानवाधिकार क्या हैं?
मानवाधिकार वह अधिकार हैं जो सभी मानवों को जन्मजात होते हैं और जोने उन्हें जीवन जीने, स्वतंत्रता में रहने और अपने मौजूदा स्थिति में समानता प्राप्त करने का हक देते हैं।
समाज में असमानता कैसे कम की जा सकती है?
समाज में असमानता को कम करने के लिए हमें शिक्षा, सामाजिक जागरूकता, और कानूनी सुरक्षा में सुधार करने की जरूरत है। सभी को समान अधिकारों का उपयोग करने का मौका मिलना चाहिए।
महिलाओं के मानवाधिकार क्यों महत्वपूर्ण हैं?
महिलाओं के मानवाधिकार महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन्हें समाज में समानता और सुरक्षा का अधिकार होना चाहिए। उन्हें शिक्षा, रोजगार, और स्वतंत्रता का पूरा हक मिलना चाहिए।
क्या ऑनलाइन अधिकार सुरक्षित हैं?
हाँ, ऑनलाइन अधिकार सुरक्षित हो सकते हैं, लेकिन हमें सुरक्षित रहने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। कृपया व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें और साइबर अपराधों से बचाव के लिए सुरक्षा के उपायों को अप
शिक्षा क्यों मानवाधिकार का हिस्सा है?
शिक्षा मानवाधिकार का हिस्सा है क्योंकि यह हर व्यक्ति को समझदार बनाती है और उसे अपने अधिकारों को जानने और उन्हें प्रयोग करने की क्षमता प्रदान करती है।

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