नवरात्रि के दिन घटस्थापना की सही विधि और नियम
29 September 2024, नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व होता है। यह देवी दुर्गा के स्वागत और पूजा की शुरुआत के प्रतीक के रूप में किया जाता है। घटस्थापना सही विधि और शुभ मुहूर्त में की जानी चाहिए। आइए जानते हैं घटस्थापना की सही विधि, आवश्यक सामग्री, और उसके नियमों के बारे में।
घटस्थापना के लिए आवश्यक सामग्री:
- मिट्टी का कलश
- जल, गंगा जल
- आम के पत्ते
- नारियल
- कलावा (मौली)
- लाल कपड़ा
- चावल, सुपारी, पंचामृत
- मिट्टी के दीये
- सप्तधान्य (सात तरह के अनाज)
घटस्थापना की विधि:
शुभ मुहूर्त का चयन करें: घटस्थापना का शुभ मुहूर्त नवरात्रि के पहले दिन सुबह होता है। आप ज्योतिषी से परामर्श कर सही समय जान सकते हैं।
पूजन स्थान की तैयारी करें: जहां पर घटस्थापना करनी है उस स्थान को साफ करके गंगाजल से पवित्र करें। इसके बाद एक लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं।
कलश स्थापना: एक मिट्टी का कलश लें और उसमें जल भरें। जल में गंगाजल, सुपारी, चावल, फूल, और सिक्का डालें। इसके बाद आम के पत्ते कलश के ऊपर रखें और नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश पर रखें।
मिट्टी में बीज बोना: कलश के चारों ओर सप्तधान्य (सात प्रकार के अनाज) बोएं। इससे धरती पर नई फसल और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
देवी का आह्वान करें: घटस्थापना के दौरान मां दुर्गा का ध्यान करते हुए पूजा शुरू करें। देवी को फूल, धूप, दीप, नैवेद्य, और पंचामृत अर्पित करें।
मां दुर्गा की पूजा करें: घटस्थापना के बाद मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर की पूजा करें और उनसे अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।
नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाएं: घटस्थापना के साथ ही अखंड ज्योति जलाएं, जो नौ दिनों तक निरंतर जलती रहनी चाहिए।
घटस्थापना के नियम:
- घटस्थापना हमेशा शुभ मुहूर्त में ही की जानी चाहिए।
- कलश में साफ और शुद्ध जल का उपयोग करें।
- घटस्थापना के समय शुद्ध और साफ कपड़े पहनकर पूजा करें।
- पूजा स्थल को साफ रखें और पूजा के समय एकाग्रता बनाए रखें।
नवरात्रि घटस्थापना का महत्व:
घटस्थापना देवी दुर्गा के नौ दिनों के पूजन की शुरुआत का प्रतीक है। इसे शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। सही विधि और नियमों का पालन करते हुए घटस्थापना करने से देवी की कृपा प्राप्त होती है।
घटस्थापना का शुभ मुर्हुत
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:14 से लेकर 7:21 बजे तक रहेगा. यानी 1 घंटे 6 मिनट तक घट स्थापना का शुभ मुहूर्त है. इसी तरह अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:45 से लेकर दोपहर 12:33 बजे तक रहेगा.