नीलम रत्न किसे और क्यू पहनना चाहिए? जानिए नीलम रत्न को पहनने के नियम
नीलम रत्न, जिसे इंग्लिश में "ब्लू सैफायर" कहा जाता है, नवग्रहों में शनि ग्रह का रत्न है। यह रत्न बेहद शक्तिशाली और प्रभावशाली माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह की दशा खराब हो, तो नीलम रत्न उसके जीवन में चमत्कारी बदलाव ला सकता है। हालांकि, इसे धारण करने से पहले ज्योतिषीय परामर्श लेना आवश्यक है क्योंकि यह सभी के लिए अनुकूल नहीं होता।
नीलम रत्न कौन धारण कर सकता है?
नीलम रत्न विशेष रूप से उन लोगों को पहनने की सलाह दी जाती है:
- जिनकी कुंडली में शनि ग्रह कमजोर या प्रतिकूल स्थिति में हो।
- जो मकर राशि (Capricorn) या कुंभ राशि (Aquarius) के जातक हैं।
- जिन्हें शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही हो।
- जिनकी कुंडली में शनि मजबूत होने से लाभकारी प्रभाव दे सकता हो।
नीलम रत्न के फायदे
आर्थिक उन्नति: नीलम रत्न धारण करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार आता है।
स्वास्थ्य लाभ: यह रत्न शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है।
सफलता: नीलम रत्न धारण करने से करियर और व्यवसाय में सफलता प्राप्त होती है।
समृद्धि: यह रत्न जीवन में समृद्धि और स्थिरता लाता है।
सुरक्षा: यह नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर से व्यक्ति की रक्षा करता है।
नीलम रत्न कैसे पहनें?
नीलम रत्न धारण करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- धातु का चयन: नीलम को चाँदी या सोने की अंगूठी में धारण करें।
- उंगली: इसे मध्यमा उंगली में पहनें।
- मुहूर्त: शनिवार के दिन सूर्योदय के समय नीलम धारण करना शुभ माना जाता है।
- शुद्धिकरण: रत्न को पहनने से पहले गंगाजल या कच्चे दूध में डुबोकर शुद्ध करें।
- मंत्र: धारण करने से पहले "ॐ शं शनैश्चराय नम:" मंत्र का 108 बार जाप करें।
नीलम धारण करने के पहले सावधानियाँ
- नीलम रत्न धारण करने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी की सलाह जरूर लें।
- बिना परीक्षण के नीलम रत्न पहनना खतरनाक हो सकता है।
- यदि रत्न धारण करने के बाद नकारात्मक प्रभाव दिखे तो तुरंत इसे उतार दें।
- नीलम रत्न का वजन सही होना चाहिए (सामान्यतः 5-7 कैरेट)।
नीलम रत्न एक अत्यंत शक्तिशाली रत्न है जो सही व्यक्ति के लिए चमत्कारी प्रभाव डाल सकता है। यह शनि ग्रह के दोषों को दूर करता है और जीवन में सुख-समृद्धि लाता है। लेकिन ध्यान रहे कि इसे धारण करने से पहले ज्योतिषीय परामर्श लेना अनिवार्य है। यदि सही तरीके से नीलम रत्न को धारण किया जाए, तो यह जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का कारण बन सकता है।