Trending
Monday, 2024 December 02
अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारी और तथ्य
Updates / 2023/12/31

अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारी और तथ्य

अयोध्या राम मंदिर: राम मन्दिर अयोध्या में राम जन्मभूमि के स्थान पर बनाया जा रहा एक हिन्दू मन्दिर है जहाँ रामायण के अनुसार, हिन्दू धर्म के भगवान विष्णु के अवतार भगवान श्रीराम का जन्मस्थान है। मन्दिर निर्माण की पर्यवेक्षण श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कर रहा है। 15 वीं शताब्दी में, मुगलों ने राम जन्मभूमि पर एक मस्जिद, बाबरी मस्जिद का निर्माण किया। हिन्दुओं का मानना है कि मस्जिद का निर्माण एक हिन्दू मन्दिर को खंडित करने के बाद किया गया था। यह 1850 के दशक में ही था जब विवाद हिंसक रूप में सामने आया था। विश्व हिन्दू परिषद् ने घोषणा की थी कि वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ द्वारा रोकने के आदेश दिए जाने से पहले विवादित क्षेत्र पर मन्दिर की आधारशिला रखेगी। विवाद का हिंसक रूप दिसम्बर 1992 में बढ़ गया जब बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ। विभिन्न शीर्षक और कानूनी विवाद भी हुए, जैसे कि अयोध्या अध्यादेश, 1993 में निश्चित क्षेत्र के अधिग्रहण का मार्ग। 2019 अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय का निर्णय लिया गया था

राम मंदिर की ऊंचाई 161 फीट है।

राम मंदिर का निर्माण लार्सन एंड ट्रूबों (L & T) कंपनी कर रही है।

राम मंदिर का वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा है।

राम मंदिर का शिलान्यास 5 अगस्त 2020 को किया गया था।

राम जन्मभूमि सरयू नदी के किनारे पर स्तिथ है।

अयोध्या राम मंदिर मे 3 मंज़िले होगी।

अयोध्या राम मंदिर मे कुल 392 पिलर है।

अयोध्या राम मंदिर कुल 107 एकड की जमीन पर बनाया गया है।

राम मंदिर के विवाद मे कुल 40 दिन की सुनवाई चली थी।

अयोध्या का प्राचीन नाम फैजाबाद था।

राम मंदिर के विवाद पर सुप्रीम कौर्ट मे अपना अंतिम फैसला 9 नवंबर 2019 को सुनाया था।

राम मंदिर का निर्माण 1800 करोड़ की लागत से हो रहा है।

मंदिर से कुछ दूरी पर जमीन में टाइम कैप्सूल दबाया जाएगा जिससे कि अगर सालों बाद मंदिर के बारे में कुछ जानकारी लेना हो तो ली जा सकती है।

मंदिर को उन ईंटों से बनाया जाएगा जिनके ऊपर श्री राम नाम अंकित है। इन ईंटों के उपयोग के बीच, उनमें से कुछ 30 वर्षों से अधिक समय से उपयोग में नहीं आ रही हैं। इन पुरानी ईंटों का एक और नाम भी है, जिसे राम शिला कहा जाता है ।

मंदिर का निर्माण प्राचीन पद्धति से किया जाएगा इसलिए मंदिर में कहीं भी स्टील या लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

सोमपुरा आर्किटेक्ट ने मंदिर का डिजाइन बनाया है सोमपुरा का यह परिवार हजारों सालों से मंदिर और भवन निर्माण में पारंगत है।

कर्नाटक की अंजनी नामक पहाड़ी जहां पर भगवान हनुमान का जन्म स्थान बताया गया है वहां से पत्थर लाकर मंदिर निर्माण में सहयोग किया जाएगा।

2500 से अधिक स्थानों से मिट्टी एकत्रित करके मंदिर में लाई जाएगी।

देश के अलग-अलग नदियों का पानी भी इस्तेमाल किया जाएगा तथा कुछ स्वच्छ कुंडों का पानी इस्तेमाल किया जाएगा।

भारत से लोग मंदिर निर्माण में सहयोग करेंगे और पूरे भारत से सोने और चांदी की इंटें मंदिर निर्माण के लिए आई हैं।

पूरे मंदिर को वास्तु शास्त्र को ध्यान रखते हुए बनाया गया है।

भगवान राम के अलावा भी कई देवी-देवताओं की मूर्तियां मंदिर में स्थापित की जाएगी।

एक बार में सिर्फ मंदिर भवन में 10 हजार से अधिक श्रद्धालु समाहित होकर रामलला के दर्शन कर पाएंगे।

राम मंदिर दो मंजिला बनेगा, जिसकी ऊंचाई 128 फीट, लंबाई 268 फीट और चौड़ाई 140 फीट है। मंदिर के भूतल पर, आसपास के डिजाइन में भगवान राम की कहानी, उनके जन्म और उनके बचपन को दर्शाया जाएगा।

राम मंदिर पूरी तरह से पत्थरों से बनाया जाएगा। मंदिर के निर्माण में स्टील या लोहे का उपयोग नहीं किया जाएगा। यहां तक ​​कि निर्माण परियोजना के पर्यवेक्षक अनु भाई सोमपुरा ने घोषणा की कि लोहे के बजाय तांबा, सफेद सीमेंट और लकड़ी जैसे अन्य तत्वों का उपयोग किया जाएगा।

भूकंप के लिहाज से उत्तर प्रदेश संवेदनशील जोन-4 में आता है। मगर अयोध्या समेत अवध का यह हिस्सा जोन थ्री में हैं। बाकी हिस्से की अपेक्षा खतरा यहां कुछ कम है। इसीलिए राम मंदिर को रिएक्टर स्केल मापन पर आठ से 10 तक का भूकंप सहने लायक बनाया जाएगा।

अयोध्या राम मंदिर के निर्माण के बारे में सबसे दिलचस्प तथ्यों में से एक नींव का लेआउट है, जिसे 2587 क्षेत्रों से आई पवित्र मिट्टी का उपयोग करके बनाया गया है। 

उदाहरण के लिए झाँसी, बिठूरी, यमुनोत्री, हल्दीघाटी, चित्तौड़गढ़, शिवाजी का किला, स्वर्ण मंदिर और कई अन्य पवित्र स्थान इसकी नींव में योगदान करते हैं।

राम मंदिर अपनी डिजाइन संरचना के अनुसार भारत का सबसे बड़ा मंदिर होने जा रहा है। मंदिर को डिजाइन करने वाले सोमपुरा परिवार ने यह भी चर्चा की थी कि यह डिजाइन 30 साल पहले चंद्रकांत सोमपुरा के बेटे आशीष सोमपुरा ने बनाया था। परिवार के अनुसार, 28,000 वर्ग फुट क्षेत्र के साथ मंदिर की ऊंचाई लगभग 161 फीट तक पहुंचती है।

5 अगस्त को पवित्र समारोह में एक नींव लेआउट के साथ एक विशेष पवित्र जल था जिसमें पूरे भारत की 150 पवित्र नदियों का पवित्र जल था। 

इन नदी जल का संयोजन दो भाइयों, शब्द वैज्ञानिक महाकवि त्रिफला और राधे श्याम पांडे के परिवार से हुआ। इस पवित्र जल का संयोजन तीन समुद्रों, आठ नदियों और श्रीलंका की मिट्टी का मिश्रण है। 

इसके अतिरिक्त, मानसरोवर जल भी इस संयोजन का एक हिस्सा था। इसके साथ ही, पश्चिम जैंतिया हिल्स में 600 साल पुराने दुर्गा मंदिर का पानी, मिंतांग और मिंत्दु की नदी का पानी भी पवित्र जल मिश्रण का हिस्सा था।

पहली मंजिल पर, डिजाइन संरचना भगवान राम के दरबार को चित्रित करेगी। मंदिर की सबसे अनोखी विशेषताओं में से एक है निर्माण में बंसी पहाड़पुर, गुलाबी बलुआ पत्थर का उपयोग, जिसे राजस्थान के भरतपुर से एकत्र किया गया था। साथ ही, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 360 खंभे विशेष रूप से नागर शैली के डिजाइन के साथ बनाए जाएंगे

इस बीच, 57 एकड़ भूमि में एक मंदिर परिसर शामिल होगा और 10 एकड़ भूमि मंदिर निर्माण के लिए होगी। शेष क्षेत्र में राम मंदिर के आसपास के चार छोटे मंदिर होंगे।

भगवान राम की पावन जन्मभूमि अयोध्या पवित्र सप्तपुरियों में से एक है। अयोध्या के अलावा मथुरा, माया (हरिद्वार), काशी, कांची, अवंतिका (उज्जयिनी) और द्वारका पवित्र सप्तपुरियों में शामिल हैं।

राम मंदिर ने अयोध्या में एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ी है। एक ऐसी जगह जो अब उन लोगों पर एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ेगी जो पहले इसके बारे में नहीं जानते थे। 

सूत्रों के मुताबिक, पूरे शहर का कायापलट किया जाएगा। नए विकास और अन्य परियोजनाओं से शुरुआत करते हुए पीएम मोदी 500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं को लाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

Tags- राम मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारी, अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारी, अयोध्या राम मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारी और तथ्य, अयोध्या राम मंदिर, राम मंदिर, Ram MandirAyodhya, Ram Janmabhoomi, Ram Mandir construction update, Ayodhya temple news, Ram Mandir Bhoomi Pujan, Ram Mandir latest news, Ayodhya verdict, Ram Mandir inauguration, Ram Mandir history, 
Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra, Ayodhya temple architecture, Ram Mandir foundation stone, Ayodhya dispute, Ram Mandir timeline, Ayodhya case verdict, Ram Mandir facts, Ayodhya temple construction, Shri Ram Mandir images, Ayodhya temple controversy


Frequently Asked Questions

राम मंदिर की ऊंचाई कितनी फीट है।
राम मंदिर की ऊंचाई 161 फीट है।
राम मंदिर का निर्माण कौनसी कंपनी कर रही है।
राम मंदिर का निर्माण लार्सन एंड ट्रूबों (L & T) कंपनी कर रही है।
राम मंदिर का वास्तुकार कौन है।
राम मंदिर का वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा है।
राम मंदिर का शिलान्यास कब किया गया था।
राम मंदिर का शिलान्यास 5 अगस्त 2020 को किया गया था।
राम जन्मभूमि कौनसी नदी के किनारे पर स्तिथ है।
राम जन्मभूमि सरयू नदी के किनारे पर स्तिथ है।

Tranding


HappyZindagi

contact@happyzindagi.com

© Happy Zindagi. All Rights Reserved.