आप कितना जानते है शीत ऋतु के बारे मे इस साल क्या खास है शीत ऋतु मे पढे हिन्दी मे
शीत ऋतु: भारत एक ऋतुओं का देश है। भारत में छ: ऋतु हैं जो निरंतर चलती रहती हैं। भारत की छ: ऋतु बसंत ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, हेमंत ऋतु और शीत ऋतु हैं। शीत ऋतु का आगमन शरद ऋतु के बाद और बसंत ऋतु के आगमन पर समाप्त होती है। भारत में शीत ऋतु बहुत अधिक ठंडी ऋतु होती है। भारत में शीत ऋतु का हिमालय पर्वत से बहुत गहरा संबंध होता है। जब हिमालय पर्वत पर बर्फबारी होती है और उत्तर दिशा की ओर से हवाएं चलना शुरू हो जाती हैं तो भारत में शीत ऋतु का आगमन होता है।
शीत ऋतु का आगमन
भारत में शीत ऋतु का आगमन नवंबर के महीने में होता है और फरवरी के महीने में समाप्त होता है। यह ऋतु लगभग चार महीने तक चलती है। शीत ऋतु में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है। इस मौसम में अक्सर बारिश होती है और ओस पड़ती है। शीत ऋतु में प्रकृति का एक अलग ही रूप देखने को मिलता है। पेड़ों के पत्ते पीले पड़ जाते हैं और गिर जाते हैं। पहाड़ों पर बर्फबारी होती है। सुबह के समय कोहरा छाया रहता है।
शीत ऋतु में गरमा-गरम खाने-पीने का आनंद लिया जाता है। इस मौसम में चाय, पकौड़े, हलवा, खीर आदि बहुत पसंद किए जाते हैं। शीत ऋतु में पिकनिक मनाने का भी अपना अलग ही आनंद होता है। इस मौसम में प्रकृति बहुत ही सुंदर लगती है। शीत ऋतु में कई त्योहार भी मनाए जाते हैं। दिवाली, छठ पूजा, क्रिसमस, न्यू ईयर आदि इस मौसम में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार हैं। शीत ऋतु एक सुंदर और मनमोहक ऋतु है। इस मौसम का आनंद लेने के लिए हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ठंड से बचने के लिए हमें गर्म कपड़े पहनने चाहिए। हमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। हमें धूप से भी बचना चाहिए।
शीत ऋतु में अन्य ऋतुओं की तुलना में बहुत अधिक बदलाव होते हैं जैसे- लंबी रातें, छोटे दिन, ठंडा मौसम, ठंडी हवा, बर्फ का गिरना, सर्दी तूफान, ठंडी बारिश, घना कोहरा, धुंध, बहुत कम तापमान आदि। कभी-कभी जनवरी के महीने में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। इस समय में सर्दी अपनी चरम सीमा पर होती है। नवंबर के महीने से ही ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो जाती हैं। जब सर्दी अधिक बढ़ जाती है तो स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियाँ कर दी जाती हैं। इस मौसम में लोग अधिक उर्जावान और क्रियाशील रहते हैं। दिन छोटे होते हैं और रात लंबी होती हैं। लोग अधिक घंटे काम करने के बाद भी थकते नहीं हैं। सुबह के समय अधिक कोहरा व पारा पड़ता है और कुछ भी देखना मुश्किल हो जाता है। बहुत सी हवाई जहाज उड़ानें रद्द हो जाती हैं। शीत ऋतु में ट्रेने भी देर से चलने लगती हैं। सडकों पर पारा अधिक होने की वजह से लोग सुबह के समय घर से बाहर निकलने से डरते हैं।
शीत ऋतु में ठंड से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- गर्म कपड़े पहनें।
- गर्म पानी से नहाएं।
- गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
- धूप में निकलते समय सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
- बीमार पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
शीत ऋतु के बारे में कुछ रोचक तथ्य
- शीत ऋतु में सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होती है।
- शीत ऋतु में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे कि दिवाली, छठ पूजा, क्रिसमस, और न्यू ईयर।
- शीत ऋतु में कई तरह के खेल खेले जाते हैं, जैसे कि स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग, और आइस हॉकी।
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