यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के अनुरोध पर एक शांति शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा स्विट्जरलैंड।
स्विटजरलैंड 15-16 जून 2024 को यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। यह शिखर सम्मेलन यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों का हिस्सा है। स्विटजरलैंड की भूमिका एक तटस्थ मध्यस्थ के रूप में महत्वपूर्ण है, और इस सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न देशों और संगठनों को एक साथ लाकर बातचीत के माध्यम से शांति समाधान ढूंढना है।
शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रमुख देशों और संगठनों में संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, और अन्य प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं शामिल होंगी। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संघर्ष के समाधान के लिए एक स्थायी और शांतिपूर्ण मार्ग खोजना और सभी संबंधित पक्षों के बीच संवाद को बढ़ावा देना है। उम्मीद की जा रही है कि इस सम्मेलन से यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष के समाधान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
स्विस सरकार ने बुधवार को कहा कि वह जून में यूक्रेन में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से दो दिवसीय उच्च स्तरीय सम्मेलन का आयोजन करेगी, हालांकि रूस ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस पहल में भाग नहीं लेगा।
स्विट्जरलैंड ने जनवरी में कहा था कि वह यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के अनुरोध पर एक शांति शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा और तब से उसने यूरोपीय संघ, जी-7 सदस्य देशों और चीन तथा भारत जैसे देशों के साथ बातचीत की है ताकि इसमें भाग लेने में उनकी रुचि का पता लगाया जा सके।
यह सम्मेलन 15-16 जून को ल्यूसर्न शहर के बाहर निडवाल्डेन कैंटन में बर्गेनस्टॉक रिसॉर्ट में आयोजित किया जाएगा।
रूस का जवाब इस मेजबानी को लेकर
रूसी अधिकारियों ने कहा है कि वे स्विट्जरलैंड में वार्ता में भाग नहीं लेंगे, क्योंकि उनका मानना है कि स्विट्जरलैंड ने संघर्ष के संबंध में अपनी तटस्थता त्याग दी है।
कब शुरू हुआ यूक्रेन रूस युद्ध
यूक्रेन और रूस के बीच वर्तमान युद्ध फरवरी 2014 में शुरू हुआ था, जब रूस ने क्रीमिया प्रायद्वीप पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद, पूर्वी यूक्रेन के दो क्षेत्रों, डोनेट्स्क और लुहान्स्क में रूसी समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी सरकार के बीच संघर्ष छिड़ गया।
हालांकि, युद्ध की एक महत्वपूर्ण और व्यापक सैन्य वृद्धि 24 फरवरी 2022 को हुई, जब रूस ने यूक्रेन पर एक पूर्ण पैमाने पर सैन्य आक्रमण शुरू किया। इस आक्रमण के बाद से, युद्ध ने न केवल यूक्रेन और रूस को प्रभावित किया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। कई देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने रूस की आलोचना की है और यूक्रेन को सैन्य और मानवीय सहायता प्रदान की है।
इस संघर्ष ने लाखों लोगों को विस्थापित किया है, कई लोगों की जान ली है, और वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव डाला है। शांति वार्ता और समाधान के प्रयास इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए जारी हैं।
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