हनुमान जी के 6 साबर मंत्र, पढ़ने के नियम और उसके लाभ
हनुमान शाबर मंत्र : शाबर मंत्र की बात करें तो यह धर्म, ज्ञान, सांसारिक काम-काज और मोक्ष के मार्ग पर व्यक्ति को अग्रसर करता है। हनुमान जी के शाबर मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को शीघ्र इच्छापूर्ती होती है और कार्य भी जल्दी-जल्दी संपन्न होने शुरू हो जाते हैं। हनुमान जी की भक्ति के लिए मंगलवार का दिन अत्यधिक शुभ माना जाता है. संकटों से उबारने वाले बजरंगबली इस युग में जल्द प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं. इनकी उपासना से मंगल कामनाओं की पूर्ति होती है. वैसे तो हर कष्ट का निवारण है हनुमान चालीसा लेकिन मंगलवार के दिन कुछ खास मंत्रों का जाप करने से हर बिगड़े काम बन जाते हैं.
इन्हीं में से एक है हनुमान शाबर मंत्र. शास्त्रों में इसे बहुत शक्तिशाली मंत्र माना जाता है इसके जाप से जल्द ही परिणाम देखने को मिलते है, हालांकि शाबर मंत्र का जाप करने के कुछ कड़े नियम हैं, विशेष परिस्थिति में इनका जाप करना चाहिए. आइए जानते हैं हनुमान शाबर मंत्र और इसका महत्व.
शाबर मंत्र का महत्व (Shabar Mantra Significance)
मंत्र साधना भौतिक बाधाओं का आध्यात्मिक उपचार है. मंत्र तीन प्रकार के होते हैं वैदिक मंत्र, तांत्रिक मंत्र और शाबर मंत्र. शाबर मंत्र से ज्ञान, मोक्ष ही नहीं बल्कि सांसारिक कार्य और सिद्धि प्राप्त की जा सकती है. शाबर मंत्र से तुरंत, विश्वसनीय, अच्छे और पूर्ण रूप से कार्य सिद्ध होते है.
गुरु मत्स्येंद्र नाथ और उनके शिष्य गुरु गोरखनाथ को शाबर मंत्र का जनक कहा जाता है. खास बात ये है कि वशीकरण के लिए भी शाबर मंत्रों का उपयोग किया जाता है. ऐसे में हनुमान शाबर मंत्र पढ़ने से पहले किसी जानकार से इसके होने वाले प्रभाव की जानकारी अवश्य लें
हनुमान शाबर मंत्र (Hanuman Shabar Mantra)
- हनुमान जाग.... किलकारी मार..... तू हुंकारे.... राम काज सँवारे.... ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.... तू प्रहरी राम द्वारे.... मैं बुलाऊँ..., तू अब आ.... राम गीत तू गाता आ..... नहीं आये तो हनुमाना..... श्री राम जी ओर सीता मैया की दुहाई.... शब्द साँचा..... पिंड कांचा.... फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा.
- ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा, शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।।
- बिस्तर के आस-पास। हवेली के आस-पास। छप्पन सौ यादव। लंका-सी कोट, समुद्र-सी खाई। राजा रामचंद्र की दुहाई।
- ॐ नमो आदेश गुरु को, सोने का कड़ा, तांबे का कड़ा हनुमान वन्गारेय सजे मोंढे आन खड़ा
- ॐ नमो बजर का कोठा, जिस पर पिंड हमारा पेठा। ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला, हमारे आठो आमो का जती हनुमंत रखवाला।
- ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान, हाथ में लड्डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान अंजनी का पूत, राम का दूत, छिन में कीलौनौ खंड का भूत, जाग जाग हड़मान (हनुमान) हुंकाला, ताती लोहा लंकाला, शीश जटाडग डेरू उमर गाजे, वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला आगे अर्जुन पीछे भीम, चोर नार चंपे ने सींण, अजरा झरे भरया भरे, ई घट पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुंवर हड़मान (हनुमान) करें।
हनुमान शाब मंत्र जाप नियम (Hanuman Shabar Mantra Niyam)
शाबर हनुमान मंत्र भय, शत्रु बाधा से मुक्ति दिलाता है. नियमानुसार इसमें पवित्रता का खास ध्यान रखा जाता है. स्नान के बाद हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बैठकर शाबर मंत्र 5 माला जाप करें. ये विधि पांच दिन तक लगातार की जाती है.
इसे शुक्रवार से शुरू करना चाहिए, समापन मंगलवार को किया जाता है. जब ये विधि पूर्ण हो जाए तो जिस माला से जाप किया है उसे गहरे गड्ढे में गांढ़ दें. मान्यता है कि इससे विशेष मनोकामना पूर्ण हो जाती है लेकिन बिना किसी की सलाह के बिना इसका जाप न करें.
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