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बांग्लादेश मे आक्रोश: नमाज से 5 मिनट पहले बंद करे पूजा अर्चना तालिबान ने किया नया आदेश जारी
Updates / 2024/09/12

बांग्लादेश मे आक्रोश: नमाज से 5 मिनट पहले बंद करे पूजा अर्चना तालिबान ने किया नया आदेश जारी

12 September 2024, बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार ने हाल ही में एक विवादास्पद आदेश जारी किया है, जिसके तहत हिंदू समुदाय को नमाज से 5 मिनट पहले अपनी पूजा और लाउडस्पीकर का उपयोग बंद करने का निर्देश दिया गया है। यह आदेश विशेष रूप से दुर्गा पूजा के समय लागू किया गया है, जिससे हिंदू समुदाय में आक्रोश और चिंता का माहौल बन गया है।



बांग्लादेश में हिंदू समुदाय लंबे समय से धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दों से जूझ रहा है, और यह नया आदेश उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर और भी ज्यादा दबाव डालने वाला प्रतीत हो रहा है। सरकार का कहना है कि यह आदेश धार्मिक सद्भाव बनाए रखने के लिए है, ताकि नमाज के समय शांति बनी रहे, लेकिन इस फैसले को तालिबानी सोच के रूप में देखा जा रहा है।

बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार ने दुर्गा पूजा से पहले कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पूजा समितियों को अजान और नमाज से पांच मिनट पहले और उसके दौरान संगीत वाद्ययंत्र और साउंड सिस्टम बंद रखने के लिए कहा गया है।

बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में गृह मंत्रालय ने तालिबानी फरमान जारी किया है। मंगलवार 10 सितम्बर को जारी बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के आदेश में दुर्गा पूजा से पहले देश के अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निर्देशित किया गया है। इसमें पूजा समितियों को अजान और नमाज से पांच मिनट पहले दुर्गा पूजा से जुड़े अनुष्ठान और साउंड सिस्टम बंद करने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश से हिंदू समुदाय में आक्रोश है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के आदेश की तुलना लोग तालिबानी फरमान से कर रहे हैं। इस फैसले का विरोध भी किया जा रहा है।


फैसले के खिलाफ बांग्लादेश सरकार 

बांग्लादेश सरकार के इस फैसले के तीखी आलोचना हो रही है। इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने जहांगीर आलम चौधरी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, बांग्लादेश गृह मंत्रालय के सलाहकार से मिलिए, जो निर्देश दे रहे हैं कि हिंदुओं को अजान से पांच मिनट पहले अपनी पूजा, संगीत और अन्य पर रोक लगा देनी चाहिए, वरना गिरफ्तारी का सामना करना पड़ेगा। ये नया तालिबानी बांग्लादेश है। लेकिन कोई भी बॉलीवुडिया बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों के लिए प्लेकार्ड नहीं उठाएगा क्योंकि वे हिंदू हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गृह मामलों के सलाहकार आलम चौधरी ने कहा कि पूजा समितियों को अज़ान और नमाज़ से पांच मिनट पहले और उसके दौरान संगीत वाद्ययंत्र और ध्वनि प्रणाली बंद रखने को कहा गया है।



यह दावा करते हुए कि हिंदू समुदाय के आंदोलन से दुर्गा पूजा के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखने में समस्याएँ पैदा होती हैं, चौधरी ने कहा , "कई बांग्लादेशी लोग पूजा मनाने के लिए भारतीय पक्ष की यात्रा करते हैं, जबकि भारतीय लोग इस अवसर पर हमारे पक्ष में आते हैं।"

दुर्गा पूजा समारोह के लिए बंगाली हिंदुओं की सीमा पार आवाजाही को रोकते हुए उन्होंने कहा , “मैंने सभी से अनुरोध किया है कि इस बार सीमावर्ती क्षेत्रों में अच्छे पूजा मंडपों का आयोजन करें ताकि हमारे लोगों को पूजा देखने के लिए दूसरी तरफ न जाना पड़े और दूसरी तरफ के लोगों को यहां न आना पड़े।” 

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Frequently Asked Questions

नमाज से 5 मिनट पहले हिंदुओं को पूजा बंद करने का आदेश क्यों दिया गया है?
यह आदेश बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार द्वारा जारी किया गया है, जिसमें नमाज के समय हिंदू पूजा और लाउडस्पीकर का उपयोग बंद करने की हिदायत दी गई है, जिससे धार्मिक सद्भाव बनाए रखा जा सके।
क्या यह आदेश सिर्फ दुर्गा पूजा के दौरान लागू होगा?
नहीं, यह आदेश सभी हिंदू त्योहारों और पूजा के दौरान लागू रहेगा, खासकर नमाज के समय।
इस आदेश से हिंदू समुदाय में क्या प्रतिक्रिया है?
हिंदू समुदाय ने इस आदेश पर चिंता जताई है और इसे उनके धार्मिक अधिकारों में हस्तक्षेप के रूप में देखा जा रहा है।
लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध किस प्रकार से लागू किया गया है?
आदेश के अनुसार, नमाज से 5 मिनट पहले और नमाज के दौरान लाउडस्पीकर का उपयोग पूरी तरह बंद करना होगा।
क्या इस आदेश को लेकर बांग्लादेश में कोई विरोध हुआ है?
कुछ हिंदू संगठनों और नेताओं ने इसका विरोध किया है और इसे धार्मिक भेदभाव के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन सरकार का कहना है कि यह कदम सभी धार्मिक समुदायों के बीच शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए है।

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