निधिवन के रहस्य, आज भी आते है रोज़ रात श्री राधा कृष्ण और गोपियाँ
वृंदावन में स्थित निधिवन एक ऐसा पवित्र स्थल है, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की दिव्य लीला होने की मान्यता है। निधिवन में हर रात चमत्कारी घटनाएँ घटती हैं, जिन्हें समझना मनुष्य के लिए रहस्य बना हुआ है।
निधिवन का परिचय
निधिवन वृंदावन का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जहाँ हजारों भक्त भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम की अद्भुत कहानियों को सुनने और अनुभव करने आते हैं। यहाँ की खास बात यह है कि इस स्थान पर स्थित वृक्षों की आकृतियाँ झुकी हुई हैं, जो ऐसा प्रतीत होता है कि वे भगवान की आराधना में लीन हैं।
रहस्यमयी घटनाएँ
रात्रि में लीला का होना
मान्यता है कि निधिवन में रात के समय भगवान कृष्ण और राधा रानी अपनी गोपियों के साथ दिव्य लीला करते हैं। इस दौरान यहाँ कोई भी मनुष्य रुक नहीं सकता।
मनुष्य का यहाँ रात में रुकना निषेध
जो भी व्यक्ति निधिवन में रात के समय रुकने की कोशिश करता है, वह या तो अपनी मानसिक स्थिति खो बैठता है या दिव्य घटनाओं को सहन नहीं कर पाता।
दिव्य वृक्ष
यहाँ के वृक्ष अपने आप में एक चमत्कार हैं। इनकी शाखाएँ आपस में उलझी हुई होती हैं और इन्हें देखकर ऐसा लगता है जैसे वे भगवान की लीला में भाग ले रहे हों।
रासलीला स्थान
यहाँ स्थित रासलीला स्थल पर हर रात पूजा के लिए माखन, मिश्री और वस्त्र रखे जाते हैं, जो सुबह चमत्कारिक रूप से अस्त-व्यस्त पाए जाते हैं।
निधिवन का धार्मिक महत्व
निधिवन को भगवान कृष्ण और राधा रानी का दिव्य स्थान माना जाता है। यहाँ दर्शन करने वाले भक्तों को शांति और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होता है।
वृंदावन के निधिवन से जुड़े कई रहस्य हैं:
- निधिवन में रात को भगवान श्रीकृष्ण और राधा रास रचाते हैं. ऐसा माना जाता है कि रास के बाद वे रंग महल में शयन करते हैं.
- निधिवन में शाम की आरती के बाद लोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं होती. ऐसा कहा जाता है कि रात में मंदिर में रहने से कोई अंधा या गूंगा हो सकता है.
- निधिवन के रंग महल में भगवान श्रीकृष्ण के लिए भोग और पानी रखा जाता है. राधा रानी के लिए श्रृंगार का सामान और दातुन-पान भी रखा जाता है. सुबह मंदिर के कपाट खुलने पर पानी का बर्तन खाली और पान खाया हुआ मिलता है.
- निधिवन के पेड़ों की खासियत यह है कि इनमें से किसी भी पेड़ का तना सीधा नहीं है. इनकी डालियां नीचे की ओर झुकी हुई हैं और आपस में गुंथी हुई हैं.
- कुछ लोगों का मानना है कि ये पेड़ रात में गोपियों में बदल जाते हैं. वहीं, कुछ का दावा है कि ये श्रीकृष्ण की 16,000 रानियां हैं जो हर रात जीवित रहती हैं.
- निधिवन में संगीत सम्राट और धुपद के जनक श्री स्वामी हरिदास जी की जीवित समाधि है.
- निधिवन में बांके बिहारी जी का प्राकट्य स्थल है.
निधिवन अपने आप में एक दिव्य और अद्भुत स्थान है, जहाँ भगवान कृष्ण और राधा की उपस्थिति आज भी महसूस की जाती है। यहाँ के रहस्य, मान्यताएँ और चमत्कार इसे भक्तों के लिए खास बनाते हैं। यह स्थान न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि अध्यात्मिक शांति का अनुभव कराने वाला भी है।