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जानिये रामलला के दिव्य आभूषणों की क्या विशेषता है
Updates / 2024/01/23

जानिये रामलला के दिव्य आभूषणों की क्या विशेषता है

भगवान राम के आभूषण: लखनऊ के हरसहायमल श्यामलाल ज्वैलर्स ने इन अद्भुत आभूषणों को तैयार किया है। श्री राम मंदिर ट्रस्ट ने करीब 15 दिन पहले ज्वैलर से संपर्क किया था। भगवान राम के मुकुट में सबसे पहले भगवान सूर्य का चिह्न बनाया गया क्योंकि भगवान राम सूर्यवंशी थे। राजसी शक्ति का प्रतीक पन्ना को मुकुट के केंद्र में लगाया गया है। भगवान राम के मुकुट को राजा के बजाए एक 5 साल के बालक की पगड़ी के तौर पर तैयार किया गया है।

भगवान राम के आभूषण बनाने में 15 किलो सोना और करीब 18 हजार हीरे और पन्ना का इस्तेमाल किया तिलक, मुकुट, 4 हार, कमरबंद, दो जोड़ी पायल, विजय माला, दो अंगूठी समेत कुल 14 आभूषण तैयार कराए गए हैं। ये आभूषण सिर्फ 12 दिन में बनकर तैयार हुए हैं। रामलला के नेत्र गढ़ने के लिए सोने की छेनी और चांदी की हथौड़ी का प्रयोग हुआ। विग्रह का शृंगार तिलक, मुकुट, धनुष, तीर, छोटा हार, पंचलड़ा, विजय हार, करधनी, बाजूबंध, दोनों हाथ और पांव के कड़े, नूपुर पायल, मुद्रिका, कमल की बेल से हुआ है। रामलला के लिए गले का हार भी बनाया गया है।

मोहित के अनुसार प्रभु कृपा से ये कार्य संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि आभूषणों की लागत नहीं बता सकते। क्योंकि प्रभु को अर्पित होने पर वह अनमोल हो गए हैं। वहीं प्रमुख आभूषणों में रामलला को पहनाई गई विजयमाला का वजन दो किलो है। इसके अलावा 17 सौ ग्राम का मुकुट, 16 ग्राम का तिलक, 65 ग्राम की मुद्रिका, 500 ग्राम का कंठ हार, 660 ग्राम का पंचलड़ा, 750 ग्राम की करधनी, 850 ग्राम के हाथ के कड़े और 560 ग्राम के पैर के कड़े प्रमुख हैं।

मुकुट में उत्तर प्रदेश के राजकीय चिह्न मछली को भी बनाया गया. राष्ट्रीय पक्षी मोर भी इस पर बनाया गया है। जब ज्वैलर को ट्रस्ट ने भगवान का मुकुट बनाने के लिए आमंत्रित किया तो उनसे ट्रस्ट ने शर्त रखी थी कि मुकुट बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि भगवान राम एक 5.5 साल के बालक हैं। इसलिए जैसे 5.5 साल तक के बालक की वेशभूषा और आभूषण होते हैं वैसा ही मुकुट होना चाहिए।

रामलला के आभूषणों की विशेषता-

  • मुकुट
भगवान राम का मुकुट 1 किलो 700 ग्राम के सोने का बनाया गया है, जिसमें 75 कैरेट डायमंड, लगभग 175 कैरेट पन्ना, लगभग 262 कैरेट रूब, माणिक्य लगाया गया है। मुकुट के बीच भगवान राम के सूर्यवंश के प्रतीक भगवान सूर्य का चिन्ह बनाया गया। मुकुट मे लगाए गए हीरे शुद्ध और सैकड़ों साल पुराने हैं जो पवित्रता और सत्यता का प्रतीक हैं। मुकुट के पीछे का भाग 22 कैरेट सोने का बनाया गया है और लगभग 500 ग्राम वजन का है।

  • तिलक
भगवान का तिलक 16 ग्राम सोने का है। इसके मध्य में तीन कैरेट हीरे और दोनों तरफ लगभग 10 कैरेट के हीरे लगाए गए हैं। तिलक के मध्य में जो माणिक्य इस जो माणिक्य इस्तेमाल हुआ है वह Burmese रूब बर्मी माणिक्य है।

  • छोटा हार
भगवान राम के गले में करीब 500 ग्राम का सोने का हार है। भगवान राम के इस हार में करीब 150 कैरेट माणिक्य और लगभग 380 कैरेट पन्ना लगाए गए हैं। हार के मध्य में सूर्यवंश का चिन्ह और जिसने पन्ना, माणिक्य और हीरे से फूलों को बनाया गया।

  • पंचलडा
भगवान राम का दूसरा हार पंचलड़ा है। पंचलड़ा का वजन 660 ग्राम है और जिसमें लगभग 80 हीरे, 550 कैरेट लगभग पन्ना लगाए गए है। हार में पांच लडिया पंच तत्व को दिखाती है।

  • विजय माला
भगवान राम लला के गले में सबसे बड़ा हार विजयमाला है। इसका वजन लगभग 2 किलो है जो 22 कैरेट सोने से बना है। विजय माला में पंच पवित्र पुष्प कमल, कुंड, पारिजात, चंपा और तुलसी जो पंचभूत और भगवान राम के प्रकृति प्रेम को बताते हैं, उन्हें हार के मध्य में बनाया गया है। इसके साथी शंख चक्र को भी इस हार में दर्शाया गया है। हार की लंबाई ऐसी राखी आई है कि वो भगवान राम के चरणों को छू रह रहा है।

  • पन्ना की अंगूठी
भगवान राम को एक पन्ना की अंगूठी भी पहनाई गई है, जिसका वजन 65 ग्राम है। इसमें 4 कैरेट हीरे और 33 कैरेट पन्ना लगाया गया है। अंगूठी के बीच में गहरे हरे रंग का जांबियन पन्ना लगाया गया है, जो भगवान के वन गमन, सौहार्द्र और भगवान राम की बुद्धिमता का प्रतीक है।

  • माणिक्य अंगूठी
भगवान के दाहिने हाथ में 26 ग्राम सोने की माणिक्य की अंगूठी है जिसमें माणिक्य के साथ-साथ हीरे भी लगे हैं।

  • कमरबंद
5.5 के साल के बाल रूप भगवान राम की कमर को सजाने के लिए 750 ग्राम सोने का कमरबंद बना है। इसमें 70 कैरेट हीरे और करीब 850 कैरेट माणिक्य, पन्ना लगाए गए हैं। पौराणिक काल से ही कमरबंद राजसी कुंवर का आभूषण होता रहा है जो राजसी वैभव को भी दिखाता है।

  • बाजू बंद
राम लाल के नन्हे बाजुओ के लिए 22 कैरेट गोल्ड के 400 ग्राम के बाजूबंद बनाए गए हैं।

  • धनुष बाण
बाल रूप है लेकिन है धनुर्धारी, तो बाल रूप भगवान राम के धनुष बाण भी हैं। भगवान राम के धनुष बाण 24 कैरेट के 1 किलो सोने के धनुष बाण बनाए गए हैं।

  • कंगन
भगवान राम के नन्हे हाथों में 850 ग्राम के दो कंगन बाजू बंददो कंगन पहनाए गए हैं जिसमें करीब 100 हीरे और 320 पन्ना माणिक्य लगे हैं।

  • पग खडुआ
भगवान राम के नन्हे पैरों के लिए 400 ग्राम सोने के 55 कैरेट हीरे और 50 कैरेट पन्ना आदि जड़ित खडुआ बनाए गए हैं।

  • चांदी के खिलौने
भगवान राम 5.5 साल के बालक है तो उनके लिए खिलौने भी है। चांदी का घोड़ा हाथी ऊंट झुनझुना लट्टू बनाए गए

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Frequently Asked Questions

राम लला के लिए आभूषण किसने बनाया था?
लखनऊ के हरसहायमल श्यामलाल ज्वैलर्स ने अयोध्या में राम मंदिर में स्थापित भगवान राम की मूर्ति के लिए आभूषण बनाए। आभूषण को इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (आईजीआई) द्वारा प्रमाणित किया गया ह
सोने के आभूषण बनाने वाले को क्या कहते हैं?
भारत में सोनार मूलत क्षत्रिय है । जिन्होंने आभूषण बनाना और उसका व्यापार शुरू किया। सोनार को सेठ, साहूकार, स्वर्णकार, सर्राफ, भामाशाह, सोनी, जौहरी, सुनार और लाला भी कहते हैं। दूसरे देशों में भी स
राम की मूर्ति किसने बनाई?
यहीं पर अरुण योगीराज ने स्कोर किया है। उन्होंने कई प्रतिष्ठित मूर्तियाँ बनाई होंगी, लेकिन अब से उन्हें राम लला की मूर्ति के मूर्तिकार के रूप में जाना जाएगा।
रामलला की मूर्ति किस चीज से बनी है?
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने साझा किया कि मूर्ति काले पत्थर से बनाई गई है ताकि दूध, प्रसाद और अन्य वस्तुओं के संपर्क में आने के बाद यह खराब न हो।
राम लला की आंखें किसने बनाई?
अयोध्या में रामलला की नई मूर्ति की आंखों से जैसे ही दुपट्टा हटाया गया, पूरी दुनिया हैरान रह गई. दिव्य दृष्टि ने सभी का ध्यान खींचा। और मूर्तिकार अरुण योगीराज ने साबित कर दिया कि उन्हें सर्वश्र

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